sidh kunjika - An Overview



देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं

न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा ॥ १५ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

No. Pratyahara means to convey the senses within. Which is, closing off exterior notion. Stambhana fixes the perception inside by holding the believed still as well as the perception.

सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख click here करके कुश के आसन पर बैठें.

शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

इसके प्रभाव से जातक उच्चाटन, वशीकरण,  मारण, मोहन, स्तम्भन जैसी सिद्धि पाने में सफल होता है.

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